गोदी मीडिया का अर्थ क्या होता है। (Godi media meaning in hindi)

Spread the love

 

Godi media meaning in hindi
गोदी मीडिया का अर्थ

 

 

Goodi media meaning in hindi

गोदी मीडिया 

दोस्तों कुछ सवाल होते हैं जो हमारे मन में पीड़ा की तरह बने रहते हैं जैसे हमारे शरीर में किसी कांटे के चुभ जाने से वह हमें लगातार पीड़ा का अहसास करवाता है उसी तरह कुछ सवाल भी हमारे मन में एक तीर की तरह हमेशा दुखदायक होते हैं इसका मतलब क्या है होना चाहिए तो आज हम गोदी मीडिया का अर्थ क्या होता है। (Godi media meaning in hindi) पर चर्चा करेंगे

 

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत हमारे hindigullak.com वेबसाइट पर। आज हम बात करेंगे “गोदी मीडिया का अर्थ क्या होता है” (Godi media meaning in hindi) के बारे में,आज इसी क्रम में गोदी मीडिया क्या होता है गोदी मीडिया का अर्थ क्या है, गोदी मीडिया शब्द को शुरुआत केसे हुई इन सभी बिंदुओं पर बात करेंगे । कोशिश करूंगा आपके सभी सवालों के जवाब देने का । ताकि आपको किसी दूसरी पोस्ट पर अपना समय बर्बाद ना करना पड़े।

 

आप सभी प्रेमी सजनो को एक बात स्पष्ट कर देता हूं। आज का लेख आप सजनों की जानकारी बढ़ाने के लिए लिखा गया है ना कि किसी की भावना को ठेस पहुंचाने के लिए। हम चाहते हैं कि देश में चल रहे मुद्दों के प्रति आप जागरुक हो ओर सच्चाई से रूबरू हो। हम किसी राजनीति पार्टी या मीडिया पत्रकार के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। इसलिए कोई भी इस लेख को पर्सनली नहीं ले।

 

गोदी मीडिया का अर्थ क्या होता है। (Godi media meaning in hindi)

 

 

Godi media

 

 

 

गोदी मीडिया NDTV पत्रकार रवीश कुमार द्वारा रचा गया निंदात्मक शब्द है। जो बार बार सुर्खियों में रहता है। अब आगे के लेख में जानते हैं कि क्यों रचा गया गोदी मीडिया शब्द है godi media meaning in hindi

 

What is godi media

 

दोस्तों पिछले कुछ सालों से गोदी मीडिया की चर्चा खूब हो रही है जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं उसके बाद से यह शब्द बहुत चर्चा में आया है और बार-बार आता रहा है। हम लोग सोचते हैं कि गोदी मीडिया क्या है गोदी मीडिया किसको बोला जाता है तो आज इस पर बात करेंगे what is godi media

 

गोदी मीडिया का मतलब बहुत ही सरल तरीकों से समझ सकते हैं इसमें ज्यादा सोचने वाली बात नहीं है, अपने दिमाग खर्च करने की ज्यादा जरूरत नहीं है, मान लीजिए छोटे बच्चे को गोद में उठाते हैं तोव कई बार गोदी में नहीं आता है लेकिन जब हम उस बच्चे को चॉकलेट आइसक्रीम या खिलौने देने के बहाने उसको गोदी में आने के लिए कहेंगे तो बच्चा उन चीजों के लालच में हमारी गोद में बैठ जाता है और उन चीजों को लेने के बाद वह आपकी सच्चा प्रेमी हो जाती है आपको मानने लग जाती है जब भी आप देखें कि वह बच्चा बहुत खुश होगा और आपकी तारीफ भी करेगा।

 

इसी तरह पिछले कई सालों से मीडिया का खेल चल रहा है मीडिया बच्चा बन चुका है सत्ता में बच्चे (मीडिया) को बात दिलाने वाला बन हुआ है यानी मीडिया राजनेताओं की कठपुतली बन चुका है। कई चैनल सरकार की गोदी में बैठा है ओर कई चैनल विपक्ष की गोदी में बैठे बैठे मलाई चाट रहे हैं। इस कारण से आज मीडिया को गोदी मीडिया ने कहा है।

गोदी मीडिया का अर्थ होता है वह मीडिया वाले किसी की गोद मे बैठे रहती है और उसी की चाकरी में लगे रहती है।

 

 

गोदी मीडिया पत्रकारिता कर्मियों के लिए समाज हित, राष्ट्र हित में पेंच में यह सब परम स्वार्थी पत्रकार हो चुके हैं आज के समय में सिर्फ दूरदर्शन को छोड़कर सब के सब गोदी मीडिया बना हुआ है प्रत्येक चैनल किसी ना किसी के गोदी में बैठा हुआ है। एक दूसरे को गोदी मीडिया कहता हुआ नजर आ रहा है आगे हम विस्तार से चर्चा करेंगे।

 

Godi media anchor

 

 


गोदी मीडिया शब्द की शुरुआत कैसे हुई?
गोदी मीडिया शब्द की शुरुआत किसने की?

 

आप गोदी मीडिया के अर्थ समझ चुके हैं तब आपके मन में यह भी सवाल आया होगा कि यह शुरुआत कैसे हुई गोदी मीडिया शब्द किसने रचा और क्यों रखा तो चलिए इस पर भी बात करते हैं

 

चलो गोदी मीडिया को समझते हैं कि एक कहानी की तरह हैं

 

इसे जानने के लिए थोड़ा भूतकाल में जाना पड़ेगा। हंसता हुआ मुस्कुराता हुआ एनडीटीवी का एंकर श्री रवीश कुमार जी पांडेय ने एक पत्रकार होता था। कहने के लिए व पत्रकार है लेकिन मूल में उसने अपने पूरे जीवन में एक ही चैनल पर काम किया है और एक ही परिवार का गुणगान किया है। है हे हे हे हंसी से जनता का मन मोह लेता था।

Godi Media meaning in hindi

2014 से पहले इस नाम कि कहीं चर्चा नहीं थी । सब कुछ अच्छा चल रहा था। लेकिन जब देश के नए प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी आए तो कुछ रवीश कुमार जी को थोड़ा अजीब लगा। ओर उनके विरोधी पत्रकार सरकार के पक्ष में ज्ञान देने लग गए। हमेशा सरकार के काम ओर योजना पर बढ़ा चढ़ाकर देश की जनता के सामने खबर परोसने लग गए

Facebook एकाउंट डिलीट केसे करें

Facebook वीडियो डाउनलोड कैसे करें

Instagram पर फॉलोअर्स कैसे बढ़ाएं ?

Instagram से video डाऊनलोड केसे करें ?

instagram अकाउंट डिलीट कैसे करे  ?

Delete हुए फोटो वापस केसे लाए ?

एक तरफ नए नए प्रधानमन्त्री को देश की जनता ने खूब प्यार दिया, ओर जब कुछ मीडिया वाले भी दिन रात सरकार की तारीफों के पुल बांधने लगे तो ये खबरें भी देश की जनता को खूब पसंद आने लगी, ओर वो चैनल दिन रात TRP में सुर्खियां बटोरने लगे

दोस्तो आज का खेल ही पूरा टीआरपी पर टिका हुआ मीडिया वाले टीआरपी के चक्र में कुछ भी कर जाते हैं कई बार ।

 

दूसरी तरफ हमारे रवीश कुमार जी बचे ओर इनके साथ देने के लिए राजदीप सरदेसाई ओर बरखा मैडम जो लगातर सरकार के विरोध में खबरे परोसने लगे, तो इनको टीआरपी मिल नहीं रही तो ये बात रवीश जी को हजम नहीं हुई ।

 

तब रवीश कुमार ओर उनके साथियों ने सरकार के पक्ष वाले मीडिया चेनल पर धावा बोलने लिए ओर टीआरपी बटोरने के लिए एक नए नाम की रचना करी गोदी मीडिया(godi media)। ओर तब से लेकर आज तक गोदी मीडिया चर्चा में बना हुए हैं

 

 

 

निष्कर्ष

 

 

मित्रो मीडिया का काम ह न्यूज़ों को निष्पक्ष रूप से जनता तक पहुंचाने का ओर ये उनका कर्म है। लेकिन आज के समय में दूरदर्शन को छोड़कर ऐसी कोई चनेल में दृष्टि में तो नहीं है।

 

कुछ लोग जो कांग्रेस के पक्ष में वो एनडीटीवी या रवीश कुमार को बड़ा समान देते हैं क्यूंकि रवीश कुमार सिर्फ ओर सिर्फ अपनी डिबेट में सरकार का विरोध करते हैं। वह ये भूल जाते हैं, केवल सरकार का विरोध करने से निष्पक्ष पत्रकार नहीं बन जाता है। रवीश कुमार का उद्देश्य साफ नजर आता है मोदी विरोध करना ओर देश में नकारात्मक वातावरण को जन्म देना है। क्यूंकि वे विरोध करते हैं कि गोदी में जो बैठा है। तो ये गोदी मीडिया हैं।

 

 

 

दूसरी तरफ जी न्यूज एबीपी न्यूज ये लोग सिर्फ ओर सिर्फ सरकार कि चमचा गिरी करते नजर आते हैं। हर वक्त किसी का विरोध करना या हर वक्त की चमचागिरी करना ओर न्यूज चैनल द्वारा अपनी राय जनता पर थोपना सही नहीं है।

 

लेकिन देखा जाए तो मीडिया चाहे दक्षिणपंथी (राईट विंग) या वामपन्थी (लेफ्ट विंग) दोनों ही किसी की गोद मे बैठ गयी हो

 

 

 

चाहे अर्नब गोस्वामी, सुधीर चौधरी जैसे पत्रकार हो, जो राईट विंग bjp सपोर्टर है या फिर रविश कुमार या राजदीप सरदेसाई जैसे कम्युनिस्ट और कांग्रेस के सुप्रीमो, सभी किसी न किसी की गोदी में बैठे है।

 

अब दोस्तो मुझे भी ये समझ नहीं आ रहा को गोदी मीडिया का असली हकदार कोन है। अगर आपको ये लेख समझ में आया तो आप कॉमेंट करके जरूर बताना की गोदी मीडिया (godi media) का समान किसको मिलना चाहिए।

 

मित्रो इस पूरी महाभारत को आप समझ गए होंगे। अगर इस लेख में कोई त्रुटि हो तो मुझे बताना ताकि में गलती को सुधार सकु ।

धन्यवाद

 

 

Godi media anchor,godi media meaning in hindi,godi media cartoon,godi media channels name,


Spread the love